Friday, 22 August 2014

टन टन टन सुनो घंटी बजी (RTE ANTHEM)

टन टन टन -3
सुनो घंटी बजी स्कूल की
चलो स्कूल तुमको पुकारे
पल पल पल रोशनी  जो मिली स्कूल की
जगमगाओ गे तुम बन के तारे

टन टन टन
सुनो घंटी बजी स्कूल की
चलो स्कूल तुमको पुकारे
पल पल पल रोशनी  जो मिली स्कूल की
जगमगाओ गे तुम बन के तारे
टन टन टन-2

कॉपी और किताबें सारी
स्कूल देगा -2
यूनिफार्म भी तुम्हारी
स्कूल देगा -2

स्कूल अब घर से दूर नहीं है
कम हो गए फासले
पहुंचोगे स्कूल के गेट पर तुम
थोड़ा सा भी जो चले
प्यार और नरमी से तुमको पढ़ाएंगे टीचर हैं ऐसे भले
सच सच सच रीत अब है यही
स्कूल की  कभी टीचर न  बच्चो को मारें

टन टन टन
सुनो घंटी बजी स्कूल की
चलो स्कूल तुमको पुकारे
टन टन टन -2

लाइब्रेरी में जो पढ़ना हो
स्कूल देगा -2
दोपहर में खाना भी तो
स्कूल देगा -2

पढ़ना भी है और है खेलना भी
हैं दोनों बातें यहँा
ध्यान उनका भी पूरा रखा गया है
ये जान ले लड़कियां
वो जो पढ़ेंगी जो आगे बढ़ेंगी
तो बदलेगा हिन्दुस्तां
घर घर घर शिक्षा जब पहुंचेगी स्कूल की
शक्ति पाएंगे निर्बल भी सारे

टन टन टन
सुनो घंटी बजी स्कूल की
चलो स्कूल तुमको पुकारे -3

No comments:

Post a Comment